Trtworld ने ट्वीट कर मुस्लिम विरोधी हेट स्पीच की जानकारी दी
मुस्लिम विरोधी घृणा “महामारी के अनुपात” तक बढ़ गई है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र ने कहा है, और इंटरनेट नफरत फैलाने वाले भाषणों को फलने-फूलने के लिए एक नया स्थान प्रदान करता है, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इसे रोकने में विफल रहे हैं।
इस्लामोफोबिया का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर ऑनलाइन मुस्लिम विरोधी घृणा पर एक नज़र
सभी मुस्लिम विरोधी पोस्टों में से 85% भारत, अमेरिका और ब्रिटेन में उत्पन्न हुई
भारत : 871,379
Us : 289,248
यूके : 196,376
कनाडा : 36,902
नाइजीरिया : 30,121
1900,000
नोट: 28 अगस्त, 2019 और 27 अगस्त, 2021 के बीच एकत्र किया गया डेटा स्रोत.
डिजिटल युग में इस्लामोफोबिया विक्टोरिया की ब्लामिक काउंसिल द्वारा मुस्लिम विरोधी ट्वीट्स का एक अध्ययन।
मुस्लिम विरोधी भाषण
हाल ही के दिनों में भारत सहित कई मुल्कों में मुस्लिम विरोधी भाषण में बढ़ौतरी देखी गई है जिसके बाद ये अंदाजा लगाना ज्यादा मुश्किल नही है के मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है और डिजिटल प्लेटफार्म का इसमें भरपूर इस्तेमाल भी किया जा रहा है जब के सरकारें इसके लिए कोई खास प्रयास कृति नजर नही अराही है।
दुनिया में मुस्लिम
आपको बता दूं के दुनिया भर में मुसलमानों की अलग पहचान बनती जा रही है खास कर बढ़ते हेट स्पीच की वजह से लोग मुस्लिम को अपराधी की निगाह से देख रहे हैं जो के काफी चिंता का विषय है अब तू सरकारों को भी ऐसा लगने लगा है के अगर मुस्लिम विरोधी बात करेंगे तभी हमारी सरकार बन सकती है अगर इस सोच को बढ़ावा मिला तो आने वाले समय में मुस्लिमों के लिए परेशानी बढ़ने ही वाली है।