चार महीने के मासूम बच्चे ने दिया अपनी मां के जनाजे को कंधा, लोग मंजर देख कांप उठे
मध्यप्रदेश न्यूज़: मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक ऐसी घटना
घटी है,जिसके जानने के बाद आपका दिल भी फफक पड़ेगा ।आपके बताते चलूं कि मोहम्मद निजामुद्दीन की बेटी समीरा परवीन (नेहा) का निकाह पिछले साल 25 मार्च को मध्यप्रदेश के जबलपुर में खुर्शीद आलम के साथ हुआ था ।
उसके बाद उन्हें एक बेटा हुआ जो महज अभी 4 महीने का है ।दोनों परिवारों के बीच और ये दोनों अच्छी तरह से अपनी शादी शुदा जिंदगी गुजार रहे थे तभी अचानक से रात को फोन आया कि नेहा ने फांसी लगा ली है । बस इतना सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया ।
बच्चे को लोगोँ लोग रो पड़े
मां की गोंद में खेलने वाली उम्र में जब चार महीने के बच्चे ने अपनी मां के जनाजे को कंधा दिया, तो हर किसी की आंखे छलक आई। मंजर देख लोग कांप गए। उनके दिल से एक ही दुआ निकल रही थी कि अल्लाह ऐसे दिन फिर कभी किसी को न दिखाएं।
यह घटना दुद्धी नगर के वार्ड नम्बर 11 में मंगलवार की रात का है।
महज एक साल पहले धूमधाम से जिस बेटी को डोली में विदा किया था आज बेटी का शव ससुराल से पहुंचा था। वहां उसकी संदिग्ध हाल में मौत हो गई थी।
नगर के मोहम्मद निजामुद्दीन की बेटी समीरा परवीन (नेहा) का निकाह पिछले साल 25 मार्च को मध्यप्रदेश के जबलपुर में खुर्शीद आलम के साथ हुआ था। उन्हें एक चार महीने का बेटा भी है। दोनों परिवारों के बीच अच्छे तरीके से सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे थे। तभी अचानक देर रात फोन आया कि नेहा ने फांसी लगा ली है। इतना सुनते ही मायके में कोहराम मच गया। रविवार की रात करीब 9 बजे के आस पास समीरा प्रवीन अपने मायके में फोन कर सबसे अच्छी तरह बात की। उसी के करीब एक घण्टे बाद ससुराल के ठीक बगल के पड़ोसी नईम खान का फोन आता है कि आपकी बिटिया ने फांसी लगा ली है। लड़की के परिवार वाले दुद्धी से आनन फानन सोमवार को सुबह पहुंचे तो घर में नेहा का शव देख सन्न रह गए। घटना के बाद मंगलवार को जबलपुर में पोस्टमार्टम होने के बाद देर रात करीब साढ़े ग्यारह बजे दुद्धी शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। देखने वालों की हजारों की सँख्या में भीड़ उमड़ गई। रात्रि में करीब डेढ़ बजे ही समीरा का जनाजा उठा। जनाजे को कंधा देने वालों उसका चार माह का बेटा भी शामिल रहा। यह मंजर देखकर सबके रोंगटे खड़े हो गए।इतने छोटे बच्चे जब मां के जनाजे को कंधा दिय तो सब के रुह तक कांप गए ।अल्लाह ये दिन कभी किसी बच्चे को ना दिखाए ।